तेरे आने से पहले,
मेरा सफ़र बेमंजर था,
मै बेजान कस्ती सामने समंदर था
तेरे आने से पहले,
तुझे याद करता, तेरी बाते करता
तुझे महसूस कर सकू ऐसी कोसिस करता!
तेरे आने से पहले,
मै गुम था, बेखबर था, जीने मरने से निडर था,
बस इंतज़ार था तेरा, न तहजीब थी न सबर था!
मगर अब तुम हो,
तो मेरे होंठ खिलखिलाते है,
मै हंसू तो ये फूल मुस्कुराते है!
मगर अब तुम हो,
तो तेरी गोद में लेता, बस तुझे देखता हु,
क्या वाकई तेरे करीब हु, अपने आप से पूंछता हु,
मगर अब तुम हो,
तो परवाह नहीं कल की,
जरा जी लू ये पल, फिर सोचूंगा कल की,
फिर कभी जब तू नहीं होगी,
ढलेगी शाम, रश्मियाँ खो जाएँगी,
सांसे और धड़कन चुप चाप सो जाएँगी,
फिर कभी जब तू नहीं होगी,
तेरी तस्वीर के सामने रो लेंगे,
काँटों पर सही तेरे सपनो के बहाने सो लेंगे,
फिर कभी जब तू नहीं होगी,
तू नफरत मत करना, तेरी उल्फत को सीने से लगा लूँगा,
मिट जायेंगे, रेट के घरौंदे, अपनी सांसो का दिया बुझा लूँगा!!!
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